पंडित अमरनाथ: संगीत-नामा - माँ से सुर का नाता
लेखिका: निर्मल चावला
संगीत की मधुर धारा में पंडित अमरनाथ का नाम अद्वितीय है। उनकी पुस्तक *'संगीत-नामा: माँ से सुर का नाता'* संगीत प्रेमियों के लिए एक अनुपम कृति है। इस पुस्तक में संगीत की गहराइयों को भावनात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है, जिसमें सुर और मातृत्व के बीच के संबंध को रेखांकित किया गया है।
पंडित अमरनाथ भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक महान साधक और संगीतकार थे। उनका जीवन संगीत के प्रति समर्पण और साधना का प्रतीक था। *'माँ से सुर का नाता'* में निर्मल चावला जी ने उनके संगीत के सफर और जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर किया है। यह पुस्तक पंडित जी के बचपन, उनकी माँ के साथ उनके रिश्ते और संगीत की ओर उनके झुकाव को मार्मिक तरीके से प्रस्तुत करती है।
पंडित अमरनाथ का मानना था कि संगीत आत्मा की आवाज़ है और इसे माँ की ममता से जोड़ना एक अद्वितीय पहलू है। उनकी संगीत यात्रा ने न केवल भारतीय शास्त्रीय संगीत को समृद्ध किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा दी।
यह पुस्तक न केवल संगीत प्रेमियों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी एक अमूल्य धरोहर है, जो जीवन में कला और रिश्तों की गहराई को समझना चाहते हैं। *'संगीत-नामा'* एक ऐसी यात्रा है, जो पाठकों को सुर और संस्कारों से जोड़ती है।